झाँसी रेल मंडल द्वारा हरित ऊर्जा के उपयोग को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे कार्बन के उत्सर्जन में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कमी आ रही है। इसके साथ ही हरित ऊर्जा के माध्यम से राजस्व की बचत की जा रही है। मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में जून माह तक डीजल की कम खपत से ₹1.08 करोड़ के राजस्व की बचत की जा चुकी है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के जून माह में 595 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ, जबकि जून 2024 में 692 किलोलीटर उपयोग हुआ था। मंडल द्वारा डीजल उपयोग में 14% की कमी लाई गई है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2025 से जून 2025 के मध्य मंडल द्वारा डीजल की बचत के माध्यम से ₹3.18 करोड़ की बचत की गई है। यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है। डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक के उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल के उपयोग में कमी आई है। डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो पर्यावरण को हरित बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम में सहायक है।
झाँसी रेल मंडल हरित तथा सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है। झाँसी मंडल में विभिन्न स्थानों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 के मई माह में कुल 62,354 यूनिट का उत्पादन किया गया। इससे मई माह में बिजली खर्च पर ₹1.98 लाख की बचत हुई।
मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि झाँसी रेल मंडल सतत विकास के पथ पर लगातार अग्रसर है। सतत विकास के सिद्धांतों का अनुपालन करते हुए, एक तरफ जहाँ हम हाई स्पीड डीजल के उपयोग में कमी ला रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने का कार्य भी कर रहे हैं। आने वाले दिनों में हम इस क्षेत्र में और अधिक तत्परता से कार्य करेंगे।
Source/RSB