महाप्रबंधक ने रेलवे कारखानों की उपलब्धियों को सराहा : पमरे ने 6700 से अधिक वैगनों और 1400 से अधिक कोचों की मरम्मत की।

पश्चिम मध्य रेल के भोपाल एवं कोटा स्थित रेल कारखानों में पीरीयोडिक ओवर हालिंग का कार्य किया जाता है। महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के निरंतर मॉनिटरिंग एवं मुख्य कारखाना प्रबंधक के नेतृत्व में अनुरक्षण डिपो में बीते वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक कोचों/वैगनों का अनुरक्षण करके शानदार प्रदर्शन किया है। पश्चिम मध्य रेल ने वर्ष 2023-24 यानी साल भर में कुल 8181 कोचों/वैगनों का पिरियोडीक ओवर हॉलिंग (आउटटर्न) किया, जबकि वर्ष 2022-23 कुल 7597 कोचों/वैगनों का पिरियोडीक ओवर हॉलिंग किया गया था, जो कि लगभग 08 प्रतिशत अधिक है।

वर्ष 2023-24 में सवारी डिब्बा पुर्ननिर्माण कारखाना भोपाल ने 1420 कोचों का अनुरक्षण किया तथा कोटा वर्कशॉप ने 6761 वैगनों की मरम्मत की है। अकेले मार्च 2024 की बात करें तो सीआरडब्लूएस/भोपाल एवं डब्लूआरएस/कोटा दोनों कारखानों में कुल 668 कोचों/वैगनों का पीरियोडिक ओवर हॉलिंग किया गया, जिसमें सवारी डिब्बा पुर्ननिर्माण कारखाना भोपाल ने 117 कोचों का अनुरक्षण किया तथा कोटा वैगन रिपेयर वर्कशॉप ने 551 वैगनों का अनुरक्षण कार्य किया।

गौरतलब है कि सीआरडब्लूएस भोपाल में कोचों का तथा डब्ल्यूआरएस कोटा में वैगनों का पीओएच किया जाता है। पिरियोडिक ओवर हॉलिंग (पीओएच) के दौरान निम्न कार्य किये जाते हैं :-

  • कोच और वैगन के बॉडी और अंडर गियर की मरम्मत की जाती है, जिससे परिचालन में सरेक्षा सुनिश्चित की जा सके।
  • कोचों और वैगनों के नीचे ट्रॉली, बोगी के सभी पार्टस की मरम्मत की जाती है, जो सरंक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है।
  • एयर ब्रेक सिस्टम के सभी पार्ट एवं वैगनों और कोचों के दोनों ओर के बफर की मरम्मत की जाती है, जिससे सरंक्षा में बढ़ोत्तरी एवं जर्क फ्री राइडिंग का अनुभव होता है।
  • व्हील और एक्सल की मरम्मत एवं रखरखाव किया जाता है, जिससे सुरक्षा में इजाफा होता है।

Source - WCR