- चेनाब, अंजी और पंबन पुलों पर अनोखे योग सत्र आयोजित
- सभी रेलवे ज़ोन, डिवीजनों और परिसरों में कार्यक्रम आयोजित
- पश्चिम बंगाल में योग को समर्पित विशेष ईएमयू ट्रेन चलाई गई, जिसमें विभिन्न योग मुद्राएं दिखाई गईं
11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारतीय रेलवे ने पूरे देश में भव्य और जोशपूर्ण योग सत्र आयोजित किए। “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” विषय के साथ पूरे भारत में सभी रेलवे ज़ोन, डिवीज़न, स्टेशनों और रेलवे परिसरों में योग कार्यक्रम आयोजित किए गए।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री श्री वी. सोमन्ना और श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने क्रमशः कर्नाटक के हसन और चंडीगढ़ की सुखना झील में आयोजित योग सत्रों में भाग लिया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ श्री सतीश कुमार ने भी नई दिल्ली के करनैल सिंह स्टेडियम में आयोजित योग सत्र में भाग लिया।
इस वर्ष योग दिवस को असाधारण बनाने वाली बात यह रही कि न केवल स्टेशनों और कार्यालय परिसरों में, बल्कि भारतीय रेलवे के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग चमत्कारों पर भी योग सत्र आयोजित किए गए। पहली बार, जम्मू और कश्मीर में स्थित दुनिया के सबसे ऊँचे रेलवे पुल — चेनाब पुल पर योग सत्र आयोजित किया गया, जो भारतीय रेलवे के आत्मविश्वास और इंजीनियरिंग क्षमताओं का प्रतीक है। भारत के केबल पर टिके पहले रेल पुल — अंजी खाद पुल और देश के पहले वर्टिकल-लिफ्ट रेल पुल — तमिलनाडु में पंबन पुल पर योग सत्र आयोजित किए गए, जिसमें योग और इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का एक अनूठा मिश्रण दिखाया गया।
पश्चिम बंगाल में हावड़ा डिवीजन द्वारा योग को समर्पित एक विशेष ईएमयू ट्रेन चलाई गई, जिसमें विभिन्न योग मुद्राओं के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य लाभों का चित्रण भी किया गया।
विभिन्न क्षेत्रों में, रेलवे अधिकारियों, कर्मचारियों, रेलवे सुरक्षा बल के कर्मियों, स्काउट्स और गाइड्स, स्कूली छात्रों, जन प्रतिनिधियों और आम जनता की ओर से उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। सत्रों में आसन (शारीरिक मुद्राएं), प्राणायाम (श्वास तकनीक), ध्यान और योग के समग्र लाभों पर केंद्रित जागरूकता गतिविधियाँ शामिल थीं।
इस राष्ट्रव्यापी पहल के माध्यम से, भारतीय रेलवे ने न केवल अपने कर्मचारियों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, बल्कि आम जनता के बीच योग के परिवर्तनकारी लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Source/PIB