भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (CCRYN) ने 15 जून 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में वैश्विक कार्यक्रम “योग कनेक्ट” का आयोजन किया। यह 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की उलटी गिनती का महत्वपूर्ण चरण है। विषय था: “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रमुख अतिथियों में स्वामी रामदेव, सुबोध तिवारी, डॉ. हंसाजी योगेंद्र, स्वामी चिदानंद सरस्वती और वैद्य राजेश कोटेचा शामिल रहे।
श्री प्रतापराव जाधव ने योग को स्वास्थ्य, कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में प्रभावी बताते हुए कहा, “योग मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर से उबरने में सहायक है।”
गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “राष्ट्रचिति” की अवधारणा का हवाला देते हुए योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
स्वामी रामदेव ने बताया कि “200 देशों में 2 अरब लोग योग करते हैं, यह संख्या 5 अरब तक जा सकती है।”
डॉ. हंसाजी योगेंद्र ने योग को जीवन में एकीकृत करने पर बल दिया।
सुबोध तिवारी ने इसे वैश्विक योग समुदाय को जोड़ने वाली पहल बताया।
1,000 से अधिक प्रतिभागियों की मौजूदगी में CCRYN द्वारा कई प्रमुख प्रकाशनों का विमोचन हुआ:
- “योग प्रभाव” रिपोर्ट
- वैज्ञानिक विश्लेषण आधारित योग शोध रिपोर्ट
- “भारतीय वृक्ष वैभवम” पुस्तिका
- IDY पर आधारित ई-बुक
- “योग समावेश” वीडियो
कार्यक्रम में NCD रोकथाम, योग तकनीक, महिला स्वास्थ्य और योग वाणिज्य पर 6 सत्र हुए। समापन सत्र में एचआर नागेंद्र, बिक्कू संघसेना, भारत भूषण, स्वामी मुकुंदानंद, डॉ. एमए अलवर, और अन्य योग विशेषज्ञों ने भाग लिया।
“योग कनेक्ट” ने योग को वैज्ञानिकता, संस्कृति और अध्यात्म से जोड़ते हुए इसे जीवनशैली बनाने का संदेश दिया।
Source/RSB